छत्तीसगढ़ वी.टी.पी. एसोसिएशन नें प्रमुख सचिव डॉ.आलोक शुक्ला से मुलाकात कर किया जल्द प्रशिक्षण चालू कराने की मांग
बिलासपुर। संजय मिश्रा
कोरोना संकट के चलते देश में लॉकडाउन लगाया गया था जो अब खुलने शुरू हो गए हैं, लेकिन आज भी कई ऐसी चीजें है जिसमे प्रतिबंध लगाया गया है, इसी में से एक है पंजीकृत अशासकीय व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदाता जिनको अभी तक प्रशिक्षण शुरू करनें की अनुमति नहीं दी गई है, ऐसे में अब संस्थानों के सामनें एक समस्या उत्पन्न हो गई है, इसी को देखते हुए छत्तीसगढ़ वी.टी.पी. एसोसिएशन नें प्रमुख सचिव डॉ.आलोक शुक्ला से मुलाकात कर उनके सामनें अपनी समस्याओं को रखते हुए प्रशिक्षण को फिर से शुरू करने की मांग की है, एसोसिएशन के पदाधिकारियों नें बताया कि पंजीकृत अशासकीय प्रशिक्षण प्रदाता विगत वर्षों से सी.एस.एस.डी.ए. में पंजीकृत है,
प्राधिकरण द्वारा पिछले वर्ष सभी पुरानें संचालित वी.टी.पी. को निरस्त कर दिए जानें के बाद प्राधिकरण द्वारा जारी की गई नए दिशा-निर्देशों के अनुसार हम सभी नें फिर से अपनें बी.टी.पी. केन्द्रों में आवश्यक फेर-बदल कर के अपनें केन्द्रों को पंजीकृत किया है, जिसमें हमें आर्थिक रूप से काफी खर्च भी करना पड़ा है, उनका कहना है कि जैसे ही नए दिशा निर्देशों के तहत प्रशिक्षण शुरू किया गया वैसे ही कुछ दिनों के बाद लॉकडाउन लग गया ऐसे में हितग्राहियों का प्रशिक्षण अधर में लटक गया, एसोसिएशन नें जल्द से जल्द प्रशिक्षण को फिर से शुरू करनें की मांग की है, प्रमुख सचिव के साथ मुलाकात में प्रमुख रूप से मधुलेश यादव रायपुर, राजेन्द्र साहू जांजगीर, संजय तम्बोली जांजगीर, शिव यादव जांजगीर, धीरेन दास दुर्ग, गिरीश चंद्राकर दुर्ग, अभय दुर्ग, भूपेन्द्र सोमकुंवर बालोद, आदित्य रामटेके बालोद, धनंजय देवांगन एवं दीपक साहू उपस्थित रहे।